Rajasthan History GK Topic : RPSC, RSMSSB, REET, पटवारी, VDO, राज पुलिस, CET और अन्य परीक्षाओं के लिए निःशुल्क मोक टेस्ट पेपर
Rajasthan History GK Topic Wise Test 02 : राजस्थान राज्य में होने वाली विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे RPSC (राजस्थान लोक सेवा आयोग), RSMSSB (राजस्थान अधीनस्थ एवं मंत्रिस्तरीय सेवा चयन बोर्ड), REET (राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा), पटवारी, VDO (ग्राम विकास अधिकारी), राजस्थान पुलिस, CET (सामान्य पात्रता परीक्षा), 12वीं स्तर और स्नातक स्तर की परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए राजस्थान का इतिहास एक महत्वपूर्ण विषय है। यह न केवल परीक्षा में अच्छे अंक लाने में मदद करता है, बल्कि राजस्थान की संस्कृति, परंपराओं और ऐतिहासिक घटनाओं को समझने में भी सहायक होता है।
इस ब्लॉग पोस्ट में, हम आपके लिए राजस्थान इतिहास से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्नों का एक क्विज लेकर आए हैं, जो पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों पर आधारित है। यह क्विज सभी उम्मीदवारों के लिए निःशुल्क है और RPSC, RSMSSB, REET, पटवारी, VDO, राजस्थान पुलिस, CET, 12वीं स्तर और स्नातक स्तर की परीक्षाओं की तैयारी में मददगार साबित होगा।
Rajasthan History GK Topic : राजस्थान इतिहास की पढ़ाई कैसे करें? – तैयारी के टिप्स
✔ पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें – बार-बार पूछे गए प्रश्नों को पहचानें और उन्हें याद रखें।
✔ राजस्थान बोर्ड और NCERT की किताबें पढ़ें – 6th से 12th कक्षा तक की पुस्तकें राजस्थान के इतिहास के लिए बहुत उपयोगी हैं।
✔ डेली क्विज़ और मॉक टेस्ट दें – ऑनलाइन टेस्ट देने से परीक्षा में समय प्रबंधन बेहतर होगा।
✔ महत्वपूर्ण तिथियों और घटनाओं को शॉर्ट नोट्स में लिखें – याद रखने में आसानी होगी।
Rajasthan History GK Topic :राजस्थान के इतिहास के पुरातात्विक स्रोत
राजस्थान का इतिहास अत्यंत समृद्ध और गौरवशाली रहा है। यह क्षेत्र प्राचीन काल से ही सभ्यताओं, संस्कृतियों और ऐतिहासिक घटनाओं का केंद्र रहा है। राजस्थान के इतिहास को जानने के लिए पुरातात्विक स्रोतों का अध्ययन अत्यंत महत्वपूर्ण है। पुरातात्विक स्रोतों में मुख्य रूप से शिलालेख, सिक्के, मूर्तियाँ, भवन, स्मारक, गुफाएँ, चित्रकला, मृदभांड, औजार, हथियार और अन्य पुरावशेष शामिल हैं। ये स्रोत हमें प्राचीन काल की सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक और राजनीतिक स्थिति के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं।
Rajasthan History GK Topic :1. शिलालेख (Inscriptions)
शिलालेख पुरातात्विक स्रोतों में सबसे महत्वपूर्ण हैं। ये पत्थर, धातु या मिट्टी की पट्टिकाओं पर उत्कीर्ण होते हैं। राजस्थान में कई महत्वपूर्ण शिलालेख मिले हैं, जो विभिन्न कालखंडों के हैं।
- बिजोलिया शिलालेख: यह शिलालेख चित्तौड़गढ़ जिले में मिला है। यह 1170 ईस्वी का है और इसमें चौहान शासकों की उपलब्धियों का वर्णन है।
- घटियाला शिलालेख: यह शिलालेख जोधपुर जिले में मिला है। यह 861 ईस्वी का है और इसमें प्रतिहार शासकों की जानकारी मिलती है।
- चित्तौड़गढ़ शिलालेख: यह शिलालेख चित्तौड़गढ़ किले में मिला है। यह 13वीं शताब्दी का है और इसमें राणा कुंभा की उपलब्धियों का वर्णन है।
Rajasthan History GK Topic :2. सिक्के (Coins)
सिक्के भी पुरातात्विक स्रोतों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। ये धातु के बने होते हैं और इन पर शासकों के नाम, उनकी उपाधियाँ, धार्मिक प्रतीक और अन्य जानकारियाँ अंकित होती हैं।
- कुषाण सिक्के: राजस्थान में कुषाण काल के सिक्के मिले हैं, जो 1वीं से 3वीं शताब्दी के हैं। इन सिक्कों पर कुषाण शासकों के चित्र और ग्रीक और ब्राह्मी लिपि में लेख अंकित हैं।
- गुप्त सिक्के: गुप्त काल के सिक्के भी राजस्थान में मिले हैं। ये सिक्के 4वीं से 6वीं शताब्दी के हैं और इन पर गुप्त शासकों के चित्र और धार्मिक प्रतीक अंकित हैं।
- राजपूत सिक्के: राजपूत काल के सिक्के भी राजस्थान में मिले हैं। ये सिक्के 8वीं से 12वीं शताब्दी के हैं और इन पर राजपूत शासकों के नाम और उनकी उपाधियाँ अंकित हैं।
Rajasthan History GK Topic :3. मूर्तियाँ (Sculptures)
मूर्तियाँ भी पुरातात्विक स्रोतों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। ये पत्थर, धातु या मिट्टी की बनी होती हैं और इन पर धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक जानकारियाँ अंकित होती हैं।
- ओसियाँ की मूर्तियाँ: ओसियाँ जोधपुर जिले में स्थित है। यहाँ पर गुप्त और गुर्जर-प्रतिहार काल की मूर्तियाँ मिली हैं। इन मूर्तियों में हिन्दू देवी-देवताओं, जैन तीर्थंकरों और बौद्ध धर्म से संबंधित मूर्तियाँ शामिल हैं।
- चित्तौड़गढ़ की मूर्तियाँ: चित्तौड़गढ़ में भी कई मूर्तियाँ मिली हैं। ये मूर्तियाँ 7वीं से 12वीं शताब्दी की हैं और इनमें हिन्दू और जैन धर्म से संबंधित मूर्तियाँ शामिल हैं।
Rajasthan History GK Topic :4. भवन और स्मारक (Buildings and Monuments)
भवन और स्मारक भी पुरातात्विक स्रोतों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। ये पत्थर, ईंट या मिट्टी के बने होते हैं और इन पर धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक जानकारियाँ अंकित होती हैं।
- चित्तौड़गढ़ किला: चित्तौड़गढ़ किला राजस्थान का सबसे प्रसिद्ध किला है। यह किला 7वीं शताब्दी में बना था और इसमें कई महल, मंदिर और स्मारक हैं। यह किला राजपूत शासकों की वीरता और बलिदान का प्रतीक है।
- कुम्भलगढ़ किला: कुम्भलगढ़ किला राजसमंद जिले में स्थित है। यह किला 15वीं शताब्दी में राणा कुंभा ने बनवाया था। यह किला अपनी विशाल दीवारों और सुरक्षा प्रणाली के लिए प्रसिद्ध है।
- जैसलमेर किला: जैसलमेर किला जैसलमेर शहर में स्थित है। यह किला 12वीं शताब्दी में बना था और इसमें कई महल, मंदिर और हवेलियाँ हैं। यह किला अपनी स्थापत्य कला और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है।
Rajasthan History GK Topic :5. गुफाएँ (Caves)
गुफाएँ भी पुरातात्विक स्रोतों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। ये पत्थर की बनी होती हैं और इन पर धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक जानकारियाँ अंकित होती हैं।
- बैराठ की गुफाएँ: बैराठ जयपुर जिले में स्थित है। यहाँ पर मौर्य काल की गुफाएँ मिली हैं। इन गुफाओं में बौद्ध धर्म से संबंधित चित्र और शिलालेख मिले हैं।
- आबू की गुफाएँ: आबू पर्वत सिरोही जिले में स्थित है। यहाँ पर गुप्त और गुर्जर-प्रतिहार काल की गुफाएँ मिली हैं। इन गुफाओं में हिन्दू और जैन धर्म से संबंधित चित्र और शिलालेख मिले हैं।
Rajasthan History GK Topic :6. चित्रकला (Paintings)
चित्रकला भी पुरातात्विक स्रोतों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। ये पत्थर, धातु या मिट्टी पर बनी होती हैं और इन पर धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक जानकारियाँ अंकित होती हैं।
- अजंता की चित्रकला: अजंता की चित्रकला राजस्थान में मिली है। ये चित्रकलाएँ गुप्त काल की हैं और इनमें बौद्ध धर्म से संबंधित चित्र शामिल हैं।
- बाग की चित्रकला: बाग की चित्रकला भी राजस्थान में मिली है। ये चित्रकलाएँ गुप्त काल की हैं और इनमें हिन्दू धर्म से संबंधित चित्र शामिल हैं।
Rajasthan History GK Topic :7. मृदभांड (Pottery)
मृदभांड भी पुरातात्विक स्रोतों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। ये मिट्टी के बने होते हैं और इन पर धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक जानकारियाँ अंकित होती हैं।
- हड़प्पा काल के मृदभांड: हड़प्पा काल के मृदभांड राजस्थान में मिले हैं। ये मृदभांड 2500 ईसा पूर्व के हैं और इन पर ज्यामितीय और प्राकृतिक चित्र अंकित हैं।
- मौर्य काल के मृदभांड: मौर्य काल के मृदभांड भी राजस्थान में मिले हैं। ये मृदभांड 3वीं शताब्दी ईसा पूर्व के हैं और इन पर धार्मिक और सांस्कृतिक चित्र अंकित हैं।
Rajasthan History GK Topic :8. औजार और हथियार (Tools and Weapons)
औजार और हथियार भी पुरातात्विक स्रोतों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। ये पत्थर, धातु या मिट्टी के बने होते हैं और इन पर धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक जानकारियाँ अंकित होती हैं।
- पाषाण काल के औजार: पाषाण काल के औजार राजस्थान में मिले हैं। ये औजार 5000 ईसा पूर्व के हैं और इन पर जानवरों और प्राकृतिक चित्र अंकित हैं।
- कांस्य काल के हथियार: कांस्य काल के हथियार भी राजस्थान में मिले हैं। ये हथियार 2000 ईसा पूर्व के हैं और इन पर धार्मिक और सांस्कृतिक चित्र अंकित हैं।
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